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भारत द्वारा बैन चाइनीज ऐप्स के विकल्प

तो हमारे भारत सरकार द्वारा लिया गया एक ठोस कदम जी हाँ अब हमारे देश मे चीनी app के नाम और निशां मीट जायेंगे
लेकिन हमारे मन मे यह सवाल उठ रहा है की उनके स्थान मे किस app ka प्रयोग करे तो आज के इस आर्टिकल मे हम यही जानेंगे की उनके स्थान या उनके alternative App कौन कौन से है। 
भारत सरकार ने 59 चाइनीज ऐप्स  पर बैन लगा दिया। इनमें टिक टॉक, यूसी ब्राउजर, हेलो और शेयर इट जैसे पोपुलर ऐप्स भी शामिल हैं। ऐसे में इन ऐप्स का इस्तेमाल कर रहे यूजर्स को परेशानी हो रही होगी और वो सोच रहे होंगे की अब वे किन ऐप्स का उपयोग करे? अगर आप भी उन्ही में से एक है तो आपको चिंता करने की जरुरत नहीं है। हम भारतीयों के पास अभी भी चीन के सभी ऐप की तुलना में बेहतर विकल्प उपलब्ध है। इस आर्टिकल में हम आपको टॉप chinese banned apps alternatives in Hindi के बारे में बतायेंगे जिनका इस्तेमाल आप चाइना के ऐप्स की जगह कर सकते हो। 59 ऐप्स के रिप्लेसमेंट की पूरी लिस्ट।

भारत सरकार द्वारा जिन 59 ऐप्स पर बैन लगाया हैं, उनमें सबसे ज्यादा 18 ऐप्स यूटिलिटी कैटेगरी (utility category) के हैं। 8 ऐप्स वीडियो शेयरिंग हैं। 6 सोशल मीडिया ऐप्स हैं।
हम भारतियों क लिए इनके स्थान पर बहुत से विकल्प  मौजूद है और वो प्ले स्टोर और ios App store पर भी उपलब्ध है। 

तो चलिए अब हम आपको बताते है कि इन चाइना के 59 banned apps की जगह किन ऐप्स का उपयोग करे? china banned apps ki jagah kaunse apps use kare in hindi? chinese banned apps alternatives?

59 China Banned Apps Alternatives - Full List in Hindi 2020

इससे पहले कि हम आपको इन china banned apps के विकल्प बताये हम आपको सलाह देंगे कि आप एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते खुद ही इन सभी ऐप्स को यूज करना बंद कर दे, क्योंकि अब ये ऐप गैरकानूनी हो चुके हैं।

Chinese Banned Apps Alternatives
ऐप्स=विकल्प
Tiktok, Kwai, Helo, Likee=Instagram, YouTube, Snapchat
Weibo=Reddit, Twitter
wemeet=Tinder
UC Browser=Google Chrome, Mozilla Firefox
CM Browser=Internet Browser, Google Chrome, Mozilla Firefox
APUS Browser=Internet Browser, Google Chrome, Mozilla Firefox
DU Browser=Google Chrome, Mozilla Firefox
Shareit, Xender=File Transfer, Google, Files Go
Vault=Hide file manager, Google, Files Go
Shein, ROMWE, Club Factory=Myntra, Flipcart, Snapdeal
Clush of Kings, Hago Play with New Friends Games=Ludo King
DU Battery Saver=NA*
Virus Cleaner=NA*
Mi Community=Reddit
YouCam Makeup, Beutry Plus, Selfiecity=Snapchat, G Cam, Open Camera
Parallel Space=Dual Apps, Multiple Apps Cloner
WeSync, ES File Explorer=Google, Files Go
DU Clear=NA*
Cache Clear=NA*
DU Recorder=AZ Screen Recorder
Cam Scanner=Microsoft Offiece Lens, Adobe scan
Clean Master=NA*
QQ Launcher=Microsoft Launcher
DU Privacy=NA*
NewsDog, UC News=InShorts
QQ Newsfeed=Flipboard, InShorts, Google news
Wechat, QQ International=WhatsApp, Telegram, Hike
QQ Mail, Mail Master=Client, Outlook
Baidu Map=Google maps, HERE maps
Bigo live, Viva video QU Video Inc=Instagram IGTV, YouTube, Snapchat
Mi Video Call, Xiomi=Google Duo
Vigo Video, New Video Status=Snapchat, G Cam, Open Camera
Vmate, U Video, V fly Status Video=Instagram IGTV, YouTube, Snapchat
Meitu, Wonder Camera, Photo wonder, Sweet selfie=Snapchat, G Cam, Open Camera
QQ Player, QQ Musi=VLC, MX Player

सिर्फ कुछ ऐप्स को छोड़कर बाकि सभी के विकल्प (alternatives) है, इसीलिए आपको घबराने की जरुरत नहीं है। आप भले ही tiktoker हो लेकिन आपके लिए देश सबसे पहले होना चाहिए।

चीन ऐप्स के बैन होने से संबधित कुछ जरुरी सवाल जवाब

चाइना ऐप्स के बैन होने को लेकर social media पर लोग तरह-तरह के सवाल पूछ रहे है। इसीलिए यहाँ हम कुछ जरुरी और एहम सवालो के जवाब दे रहे है, ताकि आपको उनके लिए कही और न जाना पड़ें।

Q. सरकार का आदेश कैसे लागू होगा?

Ans: सरकार जल्द ही गूगल को प्ले स्टोर और एप्पल को अपने iOS प्लेटफार्म्स से इन ऐप्स को हटाने का निर्देश जारी कर देगी। तब इन सभी ऐप्स को google play store और app store से हटा दिया जायेगा।

इसके अलावा इंटरनेट सर्विस प्रोवाइड (आईएसपी) को इन ऐप्स का डाटा ऐक्सस न करने देने और टेलीकॉम कंपनियों को इन्हें नेटवर्क नहीं मुहैया कराने का आदेश दे दिया जायेगा। फिर यह ऐप्स काम करना पूरी तरह बंद कर देंगे।

Q. ये ऐप्स अभी तक गूगल प्ले स्टोर और एप्पल स्टोर पर क्यों है?

Ans: सरकार जल्द ही google और apple कंपनी को इन ऐप्स को google play store और app store से हटाने के आदेश दे देगी। तब तक इन्हें अप्प स्टोर और प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकेगा।

कुछ लोग कह रहे है कि ये तो अब भी अप्प स्टोर और प्ले स्टोर से डाउनलोड किये जा सकते है, तो ये कैसा बैन है। तो उन्हें बता दे कि अभी थोडा इंतज़ार करे, कुछ समय पश्चात् ये सब गायब हो जायेंगे।

Q. इन ऐप्स का ऐक्सेस कैसे बंद होगा?

Ans: यूजर्स को जो कंपनियां इंटरनेट नेटवर्क देती हैं। जैसे- एयरटेल, जीओ, बीएसएनल इत्यादि। ये यूजर्स को दो तरीके से इंटरनेट नेटवर्क देती हैं।

  • एक मोबाइल नेटवर्क के जरिए।
  • दूसरा ब्रॉडबैंड कनेक्शन के जरिए।

इन कंपनियों के नेटवर्क को यूजर्स को देने का काम इंटरनेट सर्विस प्रोवाइड (IP) करते हैं। सरकार के निर्देश के बाद इंटरनेट कंपनियों को बस एक फिल्टर लगाना होता है। उसके बाद यूजर्स इस पर मौजूद कोई भी डाटा को ऐक्सेस नहीं कर पाएंगे।

Q. लोगों के पसर्नल डाटा का क्या होगा?

Ans: चाइनीज ऐप्स का इस्तेमाल कर रहे यूजर्स को अपने जरूरी डाटा और डॉक्यूमेंट्स काे जल्द ही अपने मोबाइल में डाउनलोड कर लेना चाहिए। क्योंकि अब एक से दो दिन में यह ऐप्स पूरी तरह से बंद हो जाएंगे।

सभी एप कंपनियों के सर्वर चीन में हैं। यदि तकनीकी तौर पर ये कंपनियां लोगों के डाटा डिलीट नहीं करती हैं, तो उनका डाटा डिलीट नहीं होगा। लेकिन इसके बावजूद यूजर्स अपने डाटा एक्सेस नहीं कर पाएंगे।

Q. क्या ऐप हमारे भी डिलीट हो जाएंगे?

Ans: ऐप आपके फ़ोन से खुद से डिलीट नहीं होंगे, उन्हें आपको खुद डिलीट करना होगा। वैसे भी आप उनका इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। यानी उन ऐप पर मौजूद आप अपने फोटो, वीडियो और अन्य फाइलें नहीं देख पाएंगे।

Q. क्या जिनके मोबाइल में पहले से ऐप हैं, वे इन्हें यूज कर पाएंगे?

Ans: बिल्कुल नहीं। ये ऐप्स पूरी तरह से बैन हो गए हैं। कोई फर्क नहीं पड़ता है कि आपने पहले डाउनलोड किया है या फिर आप अब डाउनलोड कर रहे है। अब कोई भी नागरिक भारत में इन ऐप्स को इस्तेमाल नहीं कर सकेगा।

Q. चीनी ऐप्स किस तरह की प्राइवेसी को तोड़ रहे थे?

Ans: चीन ऐप्स असुरक्षित थे। क्योंकि जब आप किसी ऐप को इंस्टॉल करते हैं, तो आप यह मंजूरी दे चुके होते हैं कि वो आपकी फोटो को, वीडियो को, संदेशों को, फाइलों को, डाटा को ऐक्सेस कर सकता है।

इसके बाद वह आपके डाटा का क्या करता है, यह उस कंपनी पर निर्भर करता है। कुछ संस्थान बाकयदा अनुमति लेते हैं कि वे आपके डाटा का इस्तेमाल कर सकते हैं,ले लेकिन कुछ संस्थान बिना अनुमति के डाटा चोरी करते हैं।

फिलहाल, भारत-चीन के बीच जो परिस्थिति है, उसमें चीनी कंपनियां हमारे डाटा का कुछ भी कर सकती हैं। चीन का पुराना रिकॉर्ड भी इस मामले में विश्वसनीय नहीं है। साइबर हमलों में भी वो माहिर हैं।

इसलिए सरकार ने सोच समझकर फैसला किया है। क्योंकि इन ऐप्स का इस्तेमाल सरकार और सेना से जुड़े लोग भी करते हैं।

आख़िरी सवाल अब क्या होगा? 

अगर प्रोत्साहन मिले तो भारत में भी ऐसे ऐप्स (chinese banned apps alternatives) बन सकते हैं। वैसे भी चीन कोई सॉफ्टवेयर पॉवर नहीं है, वह बस हॉर्डवेयर का पॉवर है। अपने देश में भी ऐसे ऐप्स आसानी बन सकते हैं।

बस थोड़ा आर्थिक प्रोत्साहन की जरूरत होगी। अभी हमारे यहां स्टार्टअप्स को बहुत संघर्ष करना पड़ता है। हमारे बहुत से सॉफ्टवेयर डेवलपर विदेशी कंपनियों के लिए काम करते हैं।

इसके अलावा भारत में पहले से ही विदेशी ऐप मौजूद है, इसलिए भी नहीं बनते है, इसलिए देशी स्टार्टअप्स ऐसे ऐप्स नहीं बनाते हैं। जबकि चीन में अधिकतर विदेशी ऐप्स बैन हैं। इसीलिए वहां लोकल ऐप्स ज्यादा बनते हैं।

और फिर वहां सरकार प्रोत्साहन भी ज्यादा देती है। लेकिन हमारे ऐप्स भी दुनिया में पाॅपुलर हो सकते हैं, बस थोड़ा नयापन लाना होगा। हमारे देश के कई ऐप्स बहुत पॉपुलर भी हैं, जैसे पेटीएम, शेयर चैट, फिलिप कार्ट इत्यादि।


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