हेलो दोस्तो, Iphone के यूज़र्स की अलग ही पहचान होती है लोग पागल होते है समय के साथ साथ एंड्राइड स्मार्ट फ़ोन का स्थान iphone ले ले रहा है लोगो को बेसब्री से प्रतीक्षा होती है iphone के नए नए मॉडल्स का लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आईफोन में ऐसा क्या ख़ास है जो इसके लिए लोग इतने पागल हैं। आपको बता दें कि इसका ऑपरेटिंग सिस्टम इन apple phones को ख़ास बनाता है। Apple devices आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम पर रन करते हैं। आज इस पोस्ट में हम और आप iOS के बारे में डिटेल में जानेंगे जैसे कि Apple का ios क्या है? और इसका पूरा इतिहास
साल 2007 के समय में ऐप्पल के फाउंडर स्टीव जॉब्स ने स्मार्टफोन जगत में तहलका सा मचा दिया था। उस साल ऐप्पल ने पहली बार अपने आईफोन को मार्केट में पेश किया था।
उस दिन से स्मार्टफोन मार्केट दो हिस्सों में बंट गई थी। आईफोन ने थोड़े ही समय में अपनी एक अलग ही पहचान बना ली। लेकिन स्मार्टफोन की दुनिया में क्रांति लाने के लिए जो गेम चेंजर था, वो था ऐप्पल के डिवाइस का ऑपरेटिंग सिस्टम IOS।
वो सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म जिसपर ऐप्पल के सभी डिवाइसेस जैसे iPhone, iPad, iPod, Apple Watch आदि रन करते हैं। आज हम इसी के बारे में बताने वाले है।
तो चलिये जानते है, all about iOS, iOS kya hai, iOS kya hota hai, Apple operating system ka itihas kya hai, what is iOS, History of iOS in Hindi
आईओएस क्या है? (What is iOS)
एंड्रॉयड और विंडोज की ही तरह iOS एप्पल का ऑपरेटिंग सिस्टम है। लेकिन ये एंड्रॉयड और विंडोज से एकदम अलग और दो कदम आगे है। जिसे Apple Incorporated ने डेवलेप किया है।
बता दें कि एंड्रॉयड के बाद ऐप्पल दुनिया का सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला और पॉपुलर ऑपरेटिंग सिस्टम है। iOS मल्टीटच इंटरफेस पर वर्क करता है जिसमें सिंपल gesture का इल्तेमाल किया जाता है।
मतलब ये कि आप डिवाइस पर उंगली को स्वाइप करने से अगले पेज पर जा सकते हैं और काम कर सकते हैं। वहीं, फोन की स्क्रीम को zoom करने के लिए उंगलियों से पिंच करना होता है और स्क्रीन जूम हो जाती है।
आईओएस अपने डिवाइस के सेंसर को पावरफुल और स्ट्रॉंग बनाती है। ये नो टाइम में ही आपकी उंगलियों के टच को डिटेक्ट कर काम करना शुरू कर देते हैं।
वैसे एप्पल के सभी प्रोडक्ट्स का प्राइस बहुत ज्यादा है जिसे आम इंसान आसानी से नही जुगाड़ सकता इस वजह से यह एंड्राइड के बाद ज्यादा प्रयोग किया जाता है अन्यथा इससे आगे बढ़ने के लिए दूसरे सिस्टम को बहुत समय लगता।
ऐप्पल के ऐप स्टोर में 2 मिलियन से भी ज़्यादा आईओएस ऐप्ल एवेलेबल है जिन्हें आप डाउनलोड कर सकते हैं।
आईओएस का इतिहास (History of iOS )
साल 2005 के वक़्त में स्टीव जॉब्स (Founder of Apple) ने आईफोन बनाने के प्लान पर काम करना शुरू कर दिया था। उस वक्त उनके पास दो ऑप्शन थे पहला था मैक (ऐप्पल का डेस्कटॉप) को छोटा करना और दूसरा था ipod को बड़ा करना।
इसी कंफ्यूज़न के बीच स्टीव ने मैक और आईपॉड बनाने वाली टीम से मुलाकात की वहां से आइडिया निकाला गया कि iOS का बनाया जाएगा। उसके बाद साल 2007 में आईफोन को पहली बार मार्केट में लॉन्च किया गया।
आईफोन के ऑपरेटिंग सिस्टम को इस तरह से तैयार किया गया था कि इसमें कोई भी थर्ड पार्टी ऐप को डिवाइस में रन नहीं किया जा सकता है।
ऐप्पल के जिस आईओएस को आज हम सब इस्तेमाल कर रहे हैं। दरअसल, उसे कई बार अपग्रेड किया जा चुका है। हर साल कंपनी अपने ऑपरेटिंग सिस्टम को अपग्रेड करती है और नया वर्ज़न मार्केट में लॉन्च करती है।
जब आईफोन को लॉन्च किया गया था उस वक्त ऐप्पल के ऑपरेटिंग सिस्टम को OS X नाम दिया गया था। साल 2008 में ऐप्पल ने ओएस को रिनेम किया और iPhone OS, इसके बाद साल 2011 में इसे iOS के नाम से रिब्रांड किया गया।
iOS दूसरे ओएस से कैसे अलग है?
आईओएस दूसरे ऑपरेटिंग सिस्टम से प्रोटेक्शन की लिहाज से काफी अलग है। इस ओएस में सारी ऐप्स को एक प्रोटेक्टिव शेल में रखा जाता है। इसके अलावा ओएस अपनी ऐप्स को वायरस से भी प्रोटेक्ट करता है।
इसके अलावा ऐप्पल का ओपरेटिंग सिस्टम दूसरे ओएस के मुकाबले अपने डिवाइस को काफी स्मूद टास्किंग ऑफर करता है। आईएस अपडेशन के मामले में भी दूसरे ओएस से काफी अलग है।
कंपनी हर साल अपने ओएस को अपग्रेड करती रहती है। जिसके कारण कमियां दूर होती रहती है और साथ ही यूज़र्स को नए फीचर्स देखने को मिलते हैं। ऐप्पल के ऐप स्टोर को ज़्यादा सुरक्षित माना जाता है।
iOS के वर्ज़न्स (Version of iOS )
iOS के 10+ versions आ चुके है। यहाँ पर हम आपको उन सभी के बारे में विस्तार से बताएंगे।
1. iPhone OS 1.X
ये आईफोन के ऑपरेटिंग सिस्टम का पहला वर्ज़न था जिसे साल 2007 में लॉन्च किया गया था। इस वर्ज़न में कंपनी ने एक Touch Centric System को इंट्रोड्यूस किया। ये ऐप्पल के डेस्कटॉप ओएस जैसा ही था।
2. iPhone OS 2.X
साल 2008 में आईफोन का दूसरा वर्ज़न लॉन्त किया गया। इसे iPhone 3G के साथ मार्केट में उतारा गया था। लेकिन जो लोग उस वक्त पुराने डिवाइसेस में पहला वर्ज़न की यूज़ कर रहे थे वो अपना ओएस अपग्रेड कर सकते थे।
सेकेंड वर्ज़न के साथ कंपनी ने 2008 में अपने ऐप स्टोर को दुनिया में इंट्रोड्यूस किया। ताकि iDevice यूज़र्स ऐप्लीकेशन्स को डाउनलोड कर सकें।
3. iPhone OS 3.X
इसके साथ साल 2009 में OS 3.X को अनाउंस किया गया। इसमें MMS और Copy Paste Feature आदि कुछ फीचर्स एड किए गए थे।
4. iOS 4.X
मार्च, 2010 में कंपनी ने नेक्स्ट ओएस को इंट्रोड्यूस किया। हालांकि ये वर्ज़न सभी डिवाइसेस के लिए एवेलेबल नहीं कराया गया था लेकिन iPod Touch Users इस वर्जन को फ्री डाउनलोड कर सकते थे।
इसे कंपनी ने मल्टीटास्किंग कैपेबिलिटीज और होम स्क्रीन पर वॉलपेपर सेट करने की एबिलिटिज के साथ पेश किया था।
5. iOS 5.X
इस वर्ज़न में कंपनी ने Newsstand, iCloud, iMessage, Reminder और iTunes के साथ Wirelesly Sync करना जैसे कई फीचर्स को एड किया।
इसके अलावा सबसे ज़्यादा इंट्रेस्टिंग फीचर था लॉक स्क्रीन से कैमरा को एक्सेस करना। हालांकि अब ये काफी कॉमन हो गया है और एंड्राइड में भी यह फीचर मिल जाता है लेकिन उस वक्त काफी दिलचस्प माना जाता था।
6. iOS 6.X
साल 2012 में पेश किए इस वर्जन में कंपनी ने Google Maps और Youtube को डिफॉल्ट ऐप्स से हटा दिया था। इसकी बजाए कंपनी ने अपना Google Map Application को Inbuilt किया।
जिसमें स्मूदर जूमिंग और स्पोकन नेविगेशन को शामिल किया गया था। इसके अलावा siri को बेहतर कैपेबेलिटिज के साथ पेश किया गया। हालांकि यूज़र्स गूगल ऐप्स और यूट्यूब को ऐप स्टोर से डाउनलोड कर सकते थे।
7. iOS 7.X
सातंवे वर्ज़न को कंपनी ने साल 2013 में इंट्रोड्यूस किया था। इस वर्ज़न में कंपनी ने Airdrop, ज्यादा App Store Search Option, न्यू Camera Interface के साथ Multitasking Ability जैसे फीचर्स को एड किया था।
8.iOS 8.X
ये वर्जन साल 2014 में लांच किया गया था। ऐसा माना जाता है कि ये अब तक का ऐसा वर्जन है जिसमें सबसे ज़्यादा बदलाव किए गए थे। कंपनी ने इसमें Apple Pay Platform, Reader View Safari और Family Sharing के साथ बहुत से UI Improvement किया था।
9. iOS 9.X
इसे साल 2015 में लॉन्च किया गया था। काफी इम्प्रूवमेंट्स के साथ कंपनी ने इसके ज़रिए iPhone 6S Family में 3 D Touch Support करने की सुविधा दी थी।
इसके अलावा पासबुक ऐप को wallet नाम दिया गया था। साथ ही iOS 9 में Widget Notification को पहली बार फीचर किया गया था।
10. iOS 10.X
इस वर्जन में कंपनी ने Slide To Unlock Mechanism की बजाए Touch Id Home Button Press Feature को शामिल किया था। साथ ही होम ऐप्स को भी पेश किया गया था।
जिससे Homekit Enabled Home Automation Hardware को नियंत्रित किया जा सकता था। इस वर्जन के बाद थर्ड पार्टी ऐप्स भी Siri Assistance का बेनिफिट ले सकते थे।
11. iOS 11.X
इस वर्जन के जरिए कंपनी ने कई ऐप्स के लुक को चेंज किया था जैसे Calculator और Phone को नया रूप मिला। साथ ही लॉकस्क्रीन और कंट्रोल सेंटर को भी फिर से रिडिजाइन किया।
13. iOS 12.X
इस वर्जन के जरिए परफॉर्मेंस और क्वॉलिटी को इम्प्रूव किया गया। नए फीचर्स जैसे Screen Time, Groupface Time आदि शामिल किए गए।
13.2. iOS 13.2.X
ये ऐप्पल का लेटेस्ट ओएस है जिसमें फोन की परफॉर्मेंस पर काफी फोकस किया गया है। इसमें बग्स को फिक्स किया गया है।
लोगो की सुरक्षा को ध्यान में रखकर अब थर्ड पार्टी ऐप यूज़र्स के पासवर्ड को ट्रैक नहीं कर सकते हैं। इसके अलावा इसमें डीप फ्यूजन कैमरा फीचर शामिल किया गया है।
सारांश,
तो मित्रो, उम्मीद है आप सभी को ये आर्टिकल बेहद पसंद आया होगा और आपने काफी हद तक iOS के बारे में जाना होगा। इस आर्टिकल में हमने iOS के बारे में जाना, आईओएस क्या है, इसका इतिहास क्या है।
iOS की परिभाषा के अलावा हमने ये भी जाना कि अब तक कंपनी कितने वर्जन्स मार्केट में पेश कर चुकी है और कैसे आईओएस दूसरे ऑपरेटिंग सिस्टम से अलग है।
हमे उम्मीद है अब आपको समझ आ गया होगा कि ये भी बाकि मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम की तरह apple का OS (Operating System) है, जैसे की Android और Windows का होता है।
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